Srila Gurudeva
Prabhupad Srila Bhakti Sidhant Sarasvati Thakur
1. सद्गुरु श्रीचरण आश्रय
2. भागवत धर्म की पराकाष्ठा
3. गृहस्थभक्तों को सदा सर्वदा
4. भक्तिमार्ग का आश्रय लेकर भक्ति न करें
5. स्वधर्म करिलेओ से रौरवे पड़ि मजे
6. इस जगत में ही गोलोक का दर्शन
7. गुरु एवं वैष्णवों की सेवा
8. कृष्ण उनकी ओर देखते तक नहीं
9. अतः ये सब वञ्चक हैं
10. भक्तों के संग से ही भक्ति प्राप्त होती है
11. त्याग एवं भोग आत्मा की वृत्ति नहीं है
12. श्रीरूपगोस्वामीजी के चरणकमलों का दर्शन
13. किसकी सेवा सर्वश्रेष्ठ है ?
14. जीव स्वरूपतः कृष्ण का नित्यदास
15. श्रीगुरुदेव एवं गुरुनिष्ठ शुद्धभक्तों के श्रीमुख से