दो मार्ग हैं 1) प्रवृत्ति मार्ग—गृहस्थ जीवन (स्व-वर्ण-विवाह) व 2) निवृत्ति मार्ग—गृह त्यागी जीवन। साधारणतः लोग प्रवृत्ति मार्ग के अधिकारी हैं। जिन्होंने निश्चय कर लिया है कि वे गृहस्थ जीवन में प्रवेश नहीं करेंगे, वे ही त्यागी जीवन के अधिकारी हैं।
अक्टूबर 28, 2024
एकादशी का व्रत।
अक्टूबर 29, 2024
प्रात: 9:29 से पहले पारण। श्रीपाट पानीहाटी में श्रीगौरांग महाप्रभु का शुभ-आगमन।
अक्टूबर 06, 2024 चतुर्थी
त्रिदंडी स्वामी श्रीमद् भक्ति प्रमोद पुरी गोस्वामी महाराज का आविर्भाव।