Mahajan Giti
-
1. जीव जागो जीव जागो गोरा चाँद
-
2. उदिल अरुण पूरवभागे
-
3. गाय गोरा मधुर
-
4. गोरा पहुँ न भजिया मैनु
-
5. कबे हबे बल से-दिन आमार
-
6. विभावरी-शेष, आलोक-प्रवेश
-
7. मंगलाचरण
-
8. श्रीगुरु-परम्परा
-
9. श्रीगुरुदेवाष्टकम्
-
10. श्रीगुरुचरण-पद्म , केवल भकति-सद्म,
-
11. गुरुदेव! बड़ कृपा करि’,
-
12. गुरुदेव! कृपाबिन्दु दिया,
-
13. गुरुदेव ! कबे मोर सेइ दिन हबे ?
-
14. गुरुदेव ! कबे तव करुणा प्रकाशे ।
-
15. जय जय श्रीगुरु प्रेम-कल्पतरु
-
16. गुरुदेव कृपा करके मुझको
-
17. गुरुदेव ! दयामय!
-
18. श्रीरूपमंजरी - पद,
-
19. ओहे ! ठाकुर वैष्णवगण!
-
20. एइ बार करुणा कर वैष्णव गोसाईं।
-
21. कृपा कर वैष्णव ठाकुर।
-
22. ये आनिल प्रेमधन करुणा प्रचुर
-
23. कि रूपे पाइव सेवा मुइ दुराचार
-
24. ठाकुर वैष्णव पद, अवनीर सुसम्पद,
-
25. ठाकुर वैष्णवगण! करि एइ निवेदन
-
26. वृन्दावनवासी यत वैष्णवेर गण
-
27. शुनियाछ साधु मुखे बले सर्वजन
-
28. कबे मुई वैष्णव चिनिव हरि-हरि
-
29. हरि हरि कबे मोर ह बे हेन दिन
-
30. शुद्ध भकत चरण - रेणु, भजन अनुकूल
-
31. अक्रोध परमानन्द नित्यानन्दराय
-
32. नदीया गोद्रुमे नित्यानन्द महाजन
-
33. निताइ गुणमणि आमार निताइ गुणमणि
-
34. निताइ -पद-कमल, कोटि चन्द्र सुशीतल
-
35. आरे भाई! भज मोर गौरांग चरण
-
36. कबे श्रीचैतन्य मोरे करिबेन दया
-
37. अवतार-सार, गोरा अवतार, केन ना भजिलि तारे
-
38. गौरांगेर दुटिपद, यार धन सम्पद
-
39. गोरा पँहु ना भजिया मैनु
-
40. गौरांग बलिते हबे पुलक शरीर
-
41. (यदि) गौर ना हइत
-
42. श्रीकृष्णचैतन्य प्रभु दया कर मोरे
-
43. श्रीकृष्णचैतन्य प्रभु जीवे दया कर
-
44. कबे आहा गौरांग बलिया
-
45. कबे गौर - वने, सुरधुनी - तटे
-
46. एमन दुर्मति, संसार भितरे, पड़िया आछिनु आमि
-
47. जय जय श्रीकृष्णचैतन्य नित्यानन्द
-
48. गाय गोरा मधुर स्वरे
-
49. कबे ह बे हेन दशा मोर
-
50. ओहे! प्रमेर ठाकुर गोरा !
-
51. श्रीहरिवासरे हरिकीर्तन विधान
-
52. दयाल निताई चैतन्य ब ले नाचरे आमार मन
-
53. परम करुण, पँहु दुइजन, निताई गौरचन्द्र
-
54. एइबार करुणा कर चैतन्य निताई
-
55. कलिकुक्कुर कदन यदि चाओ
-
56. भज रे भज रे आमार मन अति मन्द
-
57. जय राधे, जय कृष्ण, जय वृन्दावन
-
58. हरि बल, हरि बल, हरिबल भाइ रे
-
59. भाले गोरा - गदाधरेर आरती नेहारि
-
60. जय जय गोराचाँदेर आरती को शोभा
-
61. भज भकतवत्सल श्रीगौरहरि
-
62. नमो नमः तुलसी महारानी वृन्दे महारानी
-
63. नमो नमः तुलसी कृष्ण - प्रेयसी
-
64. महाप्रसादे गोविन्दे नाम
-
65. गोपीनाथ, मम निवेदन शुन
-
66. गोपीनाथ, घुचाओ संसार - ज्वाला
-
67. गोपीनाथ, आमार उपाय नाइ
-
68. हरि हे दयाल मोर जय राधानाथ
-
69. राधा - भजने यदि मति नाहि भेला
-
70. हरि हरि ! हेन दिन हइवे आमार
-
71. कबे कृष्ण धन पाव
-
72. मानस, देह, गेह यो किछु मोर
-
73. कि जानि कि बले, तोमार धमेते,
-
74. तुमि सर्वेश्वरेश्वर व्रजेन्द्र कुमार
-
75. भूलिया तोमारे, संसारे आसिया
-
76. एखन बुझिनु प्रभो ! तोमार चरण ।
-
77. ओरे मन, भाल नाहि लागे ए संसार
-
78. दुर्लभ मानव जन्म लभिया संसारे
-
79. माधव ! बहुत मिनति करि तोय