05. नित्य लीला में प्रवेश
श्रील गुरुदेव की अंतिम वाणी
श्रील गुरुदेव – एक महान् वैष्णव आचार्य
श्रीधाम मायापुर में उनका अपूर्व स्वागत
एक उज्ज्वल तारे का अन्तर्धान
कोलकाता मठ में श्रीवास-आंगन का अवतरण
उनकी लीलाओं का आंतरिक अभिप्राय
श्रीकृष्ण संकीर्तन में उनकी तन्मयता
वैष्णव अस्वस्थ क्यों होते हैं
उनके द्वारा चैत्यगुरु रूप में हमारा मार्गदर्शन
उनके दर्शन मात्र से ही जीव पवित्र हो जाते हैं
अस्पताल बन गया एक तीर्थ स्थान